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झारखंड में बड़ा रेल हादसा,

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 झारखंड में बड़ा रेल हादसा,  बेपटरी हो गए रेल के 18 डिब्बे,पटरी से उतरी हावड़ा-मुंबई मेल, 2 की मौत, 20 घायल।। झारखंड के चक्रधरपुर में हावड़ा से मुंबई जा रही 12810 हावड़ा-सीएसएमट मेल के कई डिब्बे पटरी से उतर गए.  रेलवे की टीम राहत और बचाव में जुटी है. कई यात्रियों को नजदीक के हॉस्पिटल में दाखिल कराया गया है. वहीं राहत और बचाव के लिए पटना से एनडीआरएफ की टीम भेजी गई है. बताया जा रहा हैं कि इस रूट पर एक मालगाड़ी दो दिन पहले डिरेल हुई थी. मेल एक्सप्रेस उसी मालगाड़ी के डिब्बों से टकरा गई और उसकी 8-10 बोगियां बेपटरी हो गईं. कुछ डिब्बे आपस में चढ़ गए तो कई गति तेज होने के कारण बीच से मुड़ गए. इस हादसे के बाद ट्रेन के अंदर अफरातफरी मच गई.  बताया ये भी जा रहा हैं की इस हादसे के बाद इस रूट पर चलने वाली 22861 हावडा-कांटाबाजी एक्सप्रेस, 08015/18019 खड़कपुर-धनबाद एक्सप्रेस, 12021/12022 हावड़ा बारबिल एक्सप्रेस को रद्द करना पड़ा, जबकि कुछ ट्रेन को बीच में रोकना पड़ा है.

अमर सिंह राठौड़ ने शाहजहां के भरे दरबार में उतारा था सलाबत खां को मौत के घाट,

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भरे दरबार मे शाहजहाँ के साले सलावत खान ने अमर सिंह राठौड़ (नागौर राजा) को हिन्दू और काफ़िर कह कर गालियाँ बकनी शुरू की और सभी मुगल दरबारी उन गालियों को सुनकर हँस रहे थे...! अगले ही पल सैनिकों और शाहजहाँ के सामने वहीं पर दरबार में अमर सिंह राठौड़ ने सलावत खान का सर काट फेंका ...! शाहजहाँ कि सांस थम गयी। इस 'शेर' के इस कारनामे को देख कर मौजूद सैनिक वहाँ से भागने लगे. अफरा तफरी मच गयी, किसी की हिम्मत नहीं हुई कि अमर सिंह को रोके या उनसे कुछ कहे. मुसलमान दरबारी जान लेकर इधर-उधर भागने लगे. अमर सिंह अपने घोड़े को किले से कुदाकर घर (नागौर) लौट आये. शारजहाँ ने हुए इस अपमान का बदला लेने हेतु अमर सिंह के विश्वासी को नागौर भेजा और सन्धि प्रस्ताव हेतु पुनः दरबार बुलाया. अमर सिंह विश्वासी की बातों में आकर दरबार चले गए. अमर सिंह जब एक छोटे दरवाज़े से अंदर जा रहे थे तो उन्ही के विश्वासी ने पीछे से उनपर हमला करके उन्हें मार दिया ! ऐसी हिजड़ों जैसी विजय पाकर शाहजहां हर्ष से खिल उठा. उसने अमर सिंह की लाश को एक बुर्ज पे डलवा दिया ताकि उस लाश को चील कौए खा लें. अमर सिंह की रानी ने जब ये समाचार सुना

दुनिया के सबसे महंगे क्रिकेट बैट

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 दुनिया के सबसे महंगे क्रिकेट बैट जो इतिहास में सबसे हिट हैं और जिनकी कीमत काफी अधिक है विराट कोहली - उनके बल्ले का विज्ञापन, विशेष रूप से एमआरएफ के साथ, सबसे अधिक है, जिसके सौदे कथित तौर पर लाखों डॉलर के हैं। ब्रायन लारा - टेस्ट मैच में रिकॉर्ड तोड़ नाबाद 400 रन बनाने के लिए उन्होंने जिस बल्ले का इस्तेमाल किया था, वह लगभग 90,000 डॉलर में बिका था। गैरी सोबर्स - वेस्टइंडीज के दिग्गज खिलाड़ी द्वारा इस्तेमाल किया गया बल्ला करीब 60,000 डॉलर में नीलाम हुआ। महेंद्र सिंह धोनी (फिर से) - विभिन्न महत्वपूर्ण मैचों में इस्तेमाल किया गया धोनी का एक और बल्ला लगभग 50,000 डॉलर में नीलाम हुआ।

द केरल स्टोरी" गंभीर विषय है.. इसे सामान्य ना लें..!

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 कुछ समय पहले किसी फिल्मी हस्ती में हिम्मत नहीं थी कि वो कश्मीर का वह सच दिखा सके..जिसके कारण कश्मीर घाटी करीब करीब हिन्दू विहीन हो गयी। उतनी ही हिम्मत की जरुरत थी "'द केरला स्टोरी"' को बनाने में जिसे सुदीप्तो सेन ने बखूबी कर दिखाया..! फ़िल्म के कुछ संवाद जैसे.. "हमारे मिशन के लिए लड़कियों को करीब लाओ..उन्हें खानदान से ज़ुदा करो..जिस्मानी रिश्ते बनाओ..हो सके तो प्रेग्नेंट कर दो..और जल्द से जल्द अगले मिशन के लिए हैंडओवर करो"..!  ऐसे अनेक संवाद है जो आपको हिलाकर रख देंगे..! लेकिन पूरी फ़िल्म की सच्चाई एक संवाद में छुपी है..जब एक लड़की दहशत गर्दों से बचकर अपने पिता से माफ़ी मांगते हुए कहती है की "हमारे इन हालातों के जिम्मेदार आप भी है..जिन्होंने बचपन से हमें पाश्चात्य और अन्य बाहरी संस्कार दिए.. कभी भी हमें अपने धर्म के बारे में नहीं सिखाया"..!! इसके बावजूद अगर कोई लड़की या माता पिता ना समझे तो ये उनकी परेशानी है..! केरल स्टोरी की पूरी टीम को बधाई क्योंकि सच कड़वा होता है..!!

काला जादू की राजधानी

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 भारत देश शहरों और गांवों के कारण अपनी कई रहस्यमयी चीजों के लिए भी जाना जाता है। आज हम आपको एक ऐसी जगह के बारे में बताने वाले हैं, जिसे भारत का ‘काला जादू की राजधानी’ भी कहते हैं। जी हां, असम का ये गांव खास तौर पर काला जादू के लिए जाना जाता है। असम की राजधानी गुवाहटी से मात्र 40 किमी दूर स्थित है वो गांव ।। जिसे मायोंग गांव के नाम से जाना जाता हैं।। जहां का बच्चा-बच्चा तक काला जादू जानता है। मायोंग गांव ये गांव काले जादू के लिए सबसे ज्यादा फेमस है।  इतना ही नहीं ये भी कहा जाता है कि यहां के लोगों को इंसान से जानवर बनाने की भी कला मालूम है।अपनी जादुई शक्ति से लोगों को यहां हवा में भी गायब कर देते हैं। ऐसा माना जाता है की इस गांव का इतिहास महाभारत से जुड़ा हुआ है। ऐसा कहा जाता है कि भीम का पुत्र घटोत्कच मायांग से कई जादुई शक्तियां सीखने के बाद महाभारत के युद्ध में शामिल हुए थे। ऐसे में ये गांव घटोत्कच का भी माना जाता है।  वैसे दोस्तो अगर ये देखा जाए तो मायोंग का नाम संस्कृत शब्द से भी जुड़ा हुआ है, इसका अर्थ भ्रम होता है।। मायोंग के ओझा जादू का इस्तेमाल लोगों को ठीक करने के लिए भी करते हैं

राजपूत_शूरवीर के 11 महान सत्य अवश्य पढिऐं..!

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1. जयमाल मेड़तिया ने एक ही झटके में हाथी का सिर काट डाला था. 2. करौली के जादोन राजा अपने सिंहासन पर बैठते वक़्त अपने दोनो हाथ जिन्दा शेरो पर रखते थे. 3. जोधपुर के यशवंत सिंह के 12 साल के पुत्र पृथ्वी सिंह ने हाथो से औरंगजेब के खूंखार भूखे जंगली शेर का जबड़ा फाड़ डाला था. 4. राणा सांगा के शरीर पर छोटे-बड़े 80 घाव थे, युद्धों में घायल होने के कारण उनके एक हाथ नही था एक पैर नही था, एक आँख नहीं थी उन्होंने अपने जीवन-काल में 100 से भी अधिक युद्ध लड़े थे 5. एक राजपूत वीर जुंझार जो मुगलो से लड़ते वक्त शीश कटने के बाद भी घंटो लड़ते रहे आज उनका सिर बाड़मेर में है, जहा छोटा मंदिर हैं और धड़ पाकिस्तान में है. 6. रायमलोत कल्ला का धड़ शीश कटने के बाद लड़ता-लड़ता घोड़े पर पत्नी रानी के पास पहुंच गया था तब रानी ने गंगाजल के छींटे डाले तब धड़ शांत हुआ उसके बाद रानी पति कि चिता पर बैठकर सती हो गयी थी. 7. चित्तोड़ में अकबर से हुए युद्ध में जयमाल राठौड़ पैर जख्मी होने कि वजह से कल्ला जी के कंधे पर बैठ कर युद्ध लड़े थे, ये देखकर सभी युद्ध-रत साथियों को चतुर्भुज भगवान की याद आयी थी, जंग में दोनों के सर काट